कचरे का ढेर नहीं, बेज़ुबान जानवर का पेट है ये


| February 10, 2016 |  

हमारी लापरवाही ले रही है बेज़ुबान पशुओ की जान

आबूरोड | शौर्य जाग्रति सेना के सदस्यों ने इस बैल को सड़क पर मृतक पाया, जिसके पश्चात उन्होंने नगर पालिका को इसके बारे में सुचना दी एवं ऍफ़आईआर दर्ज करायी, बैल के पोस्टमार्टम किया जाने के बाद का द्रश्य हेरतंगेज़ था, बैल के पेट पॉलिथीन से भरा हुआ था यह वही प्लास्टिक, पॉलिथीन है जिसे हम सामान लाने लेजाने के लिए इस्तमाल करते है और फिर बेपरवाह होकर सड़क पर फेक देते है |

पहली रोटी गाय की, आखरी कुत्ते की
आज के युग में जहा “पहली रोटी गाय की, आखरी कुत्ते की” सिर्फ कहावत बनकर रह गई है और जानवर भूके प्यासे दर बदर भटकते रहते है, और अंत में हार थक कर जब उन्हें कुछ नहीं मिलता जो अपनी भूक मिटाने के लिए मजबूरन प्लास्टिक निंगल लेते है, यह प्लास्टिक इनके पेट में जमा हो जाते है, जो की धीरे धीरे उनके मौत का कारण बनता है |

गलती से ले सबक, और फिर कभी न दोरह
इस घटना के लिए हम चाहे तो प्रशासन को ज़िम्मेदार ठहरा सकते है, क्यूंकि हमारा यह मान्ना है, हम तो कभी गलती कर ही नहीं सकते, प्रशासन जब चेकिंग पर आते है तो फट से पॉलिथीन छुपा दी जाती है और फिर उनके जाते ही बेधड़क पॉलिथीन का इस्तमाल फिर शुरू हो जाते है, हमारे जिम्मेदारी तो यह बनती है की अगर दुकानदार हमे पॉलिथीन दे तो भी हमे उसे मना कर देना चाहिए, हर बात पर प्रशाशन को आरोपी ठहराकर हम कब तक अपनी गलतियों से पल्ला झाड़ते रहेंगे, अगर आपको इस मृत बैल के प्रति सहानुभूति है आबू टाइम्स की टीम की आप सभी से विन्ती है, कृपया करेक पॉलिथीन का पूर्ण रूप से त्याग करे, न खुद इस्तमाल करे नहीं किसी और को करने दे |

 

 

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